s.d. burman ummeed bhara panchhi şarkı sözleri
उम्मीद भरा पंछी था खोज रहा सजनी
कहता था एहि पंछी
हाय बिछुड़ गयी सजनि हाय बिछुड़ गयी सजनि
उम्मीद भरा पंछी था खोज रहा सजनी
कहता था एहि पंछी
हाय बिछुड़ गयी सजनि
हाय बिछुड़ गयी सजनि
तारों भरी रजनी आँचल को पसारे
तारों भरी रजनी आँचल को पसारे
थी पूछ रही है के तू किस को पुकारे
तू किस को पुकारे
नैनन में नीर भरे दर्द सम्भाले
कहता था एहि पंछी
हाय बिछुड़ गयी सजनि
हाय बिछुड़ गयी सजनि
उम्मीद भरा पंछी था खोज रहा सजनी
कहता था एहि पंछी
हाय बिछुड़ गयी सजनि
हाय बिछुड़ गयी सजनि
रजनी मोहे न सता दिल न जला
इतना बता कहाँ गयी सजनि
वो कहाँ गयी सजनि
रजनी मोहे न सता
दिल न जला इतना बता
कहाँ गयी सजनि वो कहाँ गयी सजनि
आंसूं हैं मेरे नैनों के न ओस की बूँदें
आंसूं हैं मेरे नैनों के न ओस की बूँदें
दिल में लगी आग लगन मन में मिलन की
हो मन में मिलन की हाल पे मेरे तुझे
क्यों तरस ना आये कहता था एहि पंछी
हाय बिछुड़ गयी सजनि
हाय बिछुड़ गयी सजनि
उम्मीद भरा पंछी था खोज रहा सजनी
कहता था एहि पंछी हाय बिछुड़ गयी सजनि
हाय बिछुड़ गयी सजनि