s.p. balasubrahmanyam bhagwan ka yeh mandir şarkı sözleri
हे कृष्णा करुणा सिंधु
दिन बंधु जगतपते
गोपेश गोपीकाकांत
राधा कांत नमसतुते
बोलो भगवान श्री कृष्ण की
जय
परम पिता परमात्मा की
जय
भगवान का ये मंदिर है भगवान का मंदिर
भगवान का ये मंदिर है भगवान का मंदिर
सोच समज के बोलो भैया जाना है किधर
ज्ञान का ये मंदिर है, ये ज्ञान का मंदिर
ज्ञान का ये मंदिर है, ये ज्ञान का मंदिर
सोच समज के बोलो भैया, जाना है किधर
भगवान का ये मंदिर है, भगवान का मंदिर
ज्ञान का ये मंदिर है, ये ज्ञान का मंदिर
बेचते है भगवान को ये भक्तो को लूटके खाते है
स्वर्ग का लोभ दिखाते है घर अपना भरते जाते है
ओ नर्क से तुम्हे डराते है अरे खुद ये पाप कमाते है
भगवान का वो मंदिर है, भगवान का मंदिर
तालीम आज कल की क्या है बस clerk बना पापी है
अपना वतन छुपाती है परदेश में भटकाती है
भक्ति बसाए घर को और तालीम छुड़ाए घर
ज्ञान का ये मंदिर है, ये ज्ञान का मंदिर
भगवान का ये मंदिर है, भगवान का मंदिर
सोच समज के बोलो भैया जाना है किधर
ज्ञान का ये मंदिर है, ये ज्ञान का मंदिर
भगवान का ये मंदिर है, भगवान का मंदिर
बिना ज्ञान के मानव कैसे चाँद पे जा सकता था
कृपा ना होती ईश्वर की क्या लौट के आ सकता था
भक्ति ही देती है मानव को, हर काम की शक्ति
अरे भक्ति से ही कैसे मिल, सकती है भूख से मुक्ति
गीता का उपदेश दिया, और की ईश्वर ने भलाई
ईश्वर ने भी कृष्ण के रूप में गुरु से विद्या पायी
विद्या पायी विद्या पायी विद्या पायी (है है है है है है)
विद्या पायी (है है है है है है)
गुरु से विद्या पायी गुरु से विद्या पायी
गुरु से विद्या पायी गुरु से विद्या पायी
गुरु से विद्या पायी गुरु से विद्या पायी
गुरु से विद्या पायी गुरु से विद्या पायी
गुरु से विद्या पायी गुरु से विद्या पायी

