s.p. balasubrahmanyam nazron ka kya kasoor şarkı sözleri

नज़रो का क्या कसूर है दिल की भी क्या खता नज़रो का क्या कसूर है दिल की भी क्या खता इस उम्र में जो होता है हमने वही किया हा हमने वही किया नज़रो का क्या कसूर है दिल की भी क्या खता चेहरा है चाँद जैसा शबनम सा बदन नज़रों में बांकपन ज़ुल्फो में सावन अइ है अइ है चेहरा है चाँद जैसा शबनम सा बदन नज़रों में बांकपन ज़ुल्फो में सावन तेरी शोखियों ने और भी है पागल बना दिया हा पागल बना दिया नज़रो का क्या कसूर है दिल की भी क्या खता तेरे प्यार ने किया है ऐसे बेक़रार सच तो है ये की हम भी अब दिल गए है हार तेरे प्यार ने किया है ऐसे बेक़रार सच तो है ये की हम भी अब दिल गए है हार तेरी चाहतों के आगे यह सर झुका दिया है यह सर झुका दिया नज़रो का क्या कसूर है दिल की भी क्या खता इस उम्र में जो होता है हमने वहीँ किया हा हमने वहीँ किया नज़रो का क्या कसूर है (नज़रो का क्या कसूर है) दिल की भी क्या खता (दिल की भी क्या खता)
Sanatçı: S.P. Balasubrahmanyam
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 4:17
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
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